बुधवार, 22 जनवरी 2025
बुधवार, 15 जनवरी 2025
बुजुर्ग नहीं भाग्यशाली लोग सीनियर सिटीजन लोगों को
बुजुर्ग नहीं भाग्यशाली लोग सीनियर सिटीजन लोगों को
बुजुर्ग नहीं, भाग्यशाली लोग
वे भाग्यशाली लोग हैं जो 60 पार कर गये। कैनेडा में, भारतीय मूल के डॉ दिनेश छुरा 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को, 'बुजुर्ग' कहने के बजाय, 'भाग्यशाली लोग' कहने की वकालत करते हैं।
अपनी उम्र बताने/जोड़ने का तरीका:
यदि आपकी उम्र 60 वर्ष है तो..
उम्र 16 + 44 अनुभव = 60 वर्ष
डॉ. छुरा ने 60 साल के लोगों के "भाग्यशाली व्यक्ति" बनने के रहस्य को
"37 वाक्यों" में इस प्रकार समझाया :-
1. चलते रहो, बिना किसी वजह के भी पैदल चलो। लिफ्ट का उपयोग कम से कम करें लेकिन इन सब में आपके जूते अत्यधिक कंफर्टेबल होने चाहिए।
2. जब आप चिड़चिड़ा महसूस करें तो गहरी सांस लें।
3. व्यायाम करें, तांकि शरीर में अकड़न महसूस न हो।
4. गर्मियों में, एयर- कंडीशनर चालू होने पर, अधिक पानी पिएं। और हो सके तो एयर कंडीशन में ना बैठें।
5. आप जितना चबाएंगे, आपका शरीर और मस्तिष्क उतना ही ऊर्जावान होगा।
6. याददाश्त उम्र के कारण नहीं, बल्कि लंबे समय तक मस्तिष्क का उपयोग न करने के कारण कम होती है।
7. ज्यादा दवाइयां लेने की जरूरत नहीं है। जरूरत होने पर आपकी रसोई के मसाले व अन्य सामान आप दवाई की जगह प्रयोग में ला सकते हैं। फिर भी ज्यादा जरूरी हो तो आयुर्वेद या होम्योपैथी का सहारा लें।
8. रक्तचाप और रक्त शर्करा के स्तर को जानबूझ कर कम करने की आवश्यकता नहीं है।
9. केवल वही काम करें, जिससे आप प्यार करते हैं। व आपको उस से खुशी मिलती हो।
10. चाहे कुछ भी हो जाए, हर समय घर में नहीं रहना चाहिए। रोजाना घर से बाहर जरूर निकलें, और टहलें भी।
11. जो चाहो खाओ, पर नियन्त्रित मात्रा में।
12. हर काम सावधानी से करें। जल्दबाजी आपको महंगी पड़ सकती है।
13. उन लोगों से भी बुरा व्यवहार न करें, जिन्हें आप नापसंद करते हैं।
14. अपनों व अपने जीवनसाथी का ख्याल रखें।
15. बीमारी से, अंत तक लड़ने के बजाय इसके साथ जीना सीखना बेहतर है।
16. मुश्किल समय में, ईश्वर जी की मदद से आगे बढ़ने की कृपा मिलती है।
17. हर बार, खाना खाने के बाद, थोड़ा सा गुनगुना पानी, अवश्य पियें। यां खाना खाने के कम से कम 1 घंटे बाद पानी पिएं। खाना खाने के तुरंत बाद बैठकर पेशाब करने से आपके गुर्दे ठीक रहते हैं।
18. रात में, जब भी उठें, पानी कम मात्रा में अवश्य पियें।
19. जब नींद नहीं आये, तो जबरदस्ती न करें। राम नाम की माला लगातार शुरू कर दें। आपको आराम से नींद आ जाएगी।
20. खुशमिजाज चीजें करना, दिमाग को तेज करने वाली सबसे अच्छी गतिविधि है।
21. अपने लोगों से बातचीत करते रहें। आपके पास कम लोग हैं या आप अकेले रहते हैं तो फोन का इस्तेमाल करें।
22. एक "पारिवारिक चिकित्सक" को, अपने आसपास जल्दी खोज लें। तांकि जरूरत पड़ने पर उससे संपर्क साधा जा सके।
23. धैर्य रखें, लेकिन अत्यधिक नहीं, या हर समय अपने आप को अच्छा बनने के लिए मजबूर न करें।
24. नया सीखते रहें, वर्ना बूढ़े कहलाएंगे।
25. लालची मत बनो, अब जो कुछ भी तुम्हारे पास है, वही अच्छा व काफी है। अपने और अपनों के ऊपर खर्च करें। अंत में बाकी सब छोड़ कर जाना यही सत्य है।
26. जब कभी बिस्तर से उठना हो, तो तुरंत खड़े न हों, 2-3 मिनट रुककर, उठें।
27. जितनी अधिक परेशानी वाली चीजें हैं, उतनी ही दिलचस्प हैं , चिंता ना करें।
28. स्नान करने के बाद कपड़े पहनते वक्त दीवार आदि का सहारा लें।
29. वही करें, जो अपने और दूसरों के लिए हितकारी हो।
30. अपने आज को, इत्मिनान से जिएं।
31. इच्छा, दीर्घायु का स्रोत है!
32. एक आशावादी के रूप में जियें
33. प्रसन्नचित्त व्यक्ति, लोकप्रिय भी होते हैं और दूसरों को भी प्रसन्नचित रखते हैं।
34. रोजाना मंदिर अवश्य जाएं। दिल खोलकर दान करें। गौ माता जी की व अन्य जीव जंतुओं, कीड़ों मकोड़ों आदि की सेवा करें।
35. जीवन और जीवन के नियम आपके अपने हाथों में हैं।
36. इस उम्र में सब कुछ शांति से स्वीकार करे
37. मित्र सबसे ज्यादा इसी उम्र में जरूरी हैं अपनी एक मित्र मंडली बनायें। सुबह शाम उनसे साथ हंसी-ठिठौली करना आपके लिए अत्यधिक लाभप्रद होगा। आप किसी पार्क आदि में बैठ सकते हैं या व्हाट्सएप ग्रुप बनाएं व अपने मित्रों के साथ खूब हंसी-ठिठोली करें।
बाकी का जीवन बोनस है इसे बोनस समझ कर जिएं आनंद ले आनंद दें।
सभी 60 पार कर चुके व करने वाले मित्रों को समर्पित
हँसते रहिये हंसाते रहिये, तंदरुस्त रहिए ❤️ आपका दोस्त🚩
एक जापानी डॉक्टर की वायरल सलाह 
मनोवैज्ञानिक हिडेकी वादा ने हाल ही में "The 80-Year-Old Wall" नामक पुस्तक प्रकाशित की है। यह पुस्तक मार्च 2025 में रिलीज़ होते ही जबरदस्त लोकप्रिय हो गई — अब तक इसकी 5 लाख से अधिक प्रतियाँ बिक चुकी हैं, जिससे यह वर्तमान में जापान की सबसे ज़्यादा बिकने वाली किताब बन गई है। यदि बिक्री की यही रफ़्तार रही, तो जल्द ही यह 10 लाख की बिक्री का आँकड़ा पार कर वर्ष की सर्वाधिक बिकने वाली पुस्तक बन जाएगी।
डॉ. वादा, जिनकी आयु 61 वर्ष है, बुजुर्गों में मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ हैं। उन्होंने अपने अनुभवों के आधार पर 80 वर्ष की उम्र में सुखी और सौभाग्य शाली जीवन जीने के यह सूत्र साझा किए हैं — 1.चलते रहो।
2.जब गुस्सा आए,गहरी साँस लो
3.शरीर को अकड़ने से बचाने के लिए नियमित व्यायाम करो।
4.गर्मियों में एसी का प्रयोग करते समय ज़्यादा पानी पियो।
5.डायपर पहनना गतिशीलता बढ़ाने में मदद करता है।
6.जितना अधिक चबाओगे, दिमाग और शरीर उतने ही सक्रिय रहेंगे।
7.भूलना उम्र की वजह से नहीं, दिमाग के कम उपयोग से होता है।
8.दवाएं ज़रूरत से ज़्यादा मत लो
9.ब्लड प्रेशर और शुगर को बहुत ज़्यादा नीचे लाने की कोशिश मत करो।
10.अकेले रहना अकेलापन नहीं,बल्कि शांति का समय है।
11वही करो जो पसंद हो; जो नापसंद है,मत करो।
12.स्वाभाविक इच्छाएँ बुढ़ापे में भी बनी रहती हैं।
13.घर में बैठे मत रहो।
14.जो पसंद हो वो खाओ; थोड़ा मोटापा बेहतर है।
15.हर काम सावधानी से करो।
16.जिनसे मन न मिले,उनसे मेलजोल मत रखो।
17.टीवी लगातार मत देखते रहो।
18.बीमारी से लड़ने के बजाय उसके साथ जीना सीखो।
19.“जब गाड़ी पहाड़ पर पहुँचती है,रास्ता खुद बन जाता है” बुजुर्गों के लिए यह खुशहाली का मंत्र है।
20.ताज़े फल और सलाद खाओ।
21.नहाने का समय 10 मिनट से ज़्यादा न हो।
22.नींद न आए तो खुद को ज़बरदस्ती मत सुलाओ।
23.जो गतिविधियाँ खुशी दें, वे दिमाग को सक्रिय रखती हैं।
24.जो महसूस करो,कहो — ज़्यादा मत सोचो।
25.बहुत ज़्यादा सहनशील मत बनो; थोड़ा “बोल्ड” बुजुर्ग बनना भी ठीक है।
26.कभी-कभी अपना विचार बदलना भी ठीक है।
27.जीवन के अंतिम चरण में डिमेंशिया भी ईश्वर का उपहार है।
28.अगर सीखना बंद कर दोगे, तो बूढ़े हो जाओगे।
29.नाम-यश की लालसा मत रखो;जो है,वही पर्याप्त है।
30.मासूमियत बुजुर्गों की पहचान है।
31.जितना कठिन कार्य होगा, उतना ही रोचक लगेगा।
32.धूप सेंकना खुशी देता है।
33.दूसरों के हित में कार्य करो।
34.आज का दिन आराम से बिताओ।
35.इच्छा ही दीर्घायु का रहस्य है।
36.प्रसन्न रहो।
37.सहज रूप से साँस लो।
38.जीवन के सिद्धांत तुम्हारे अपने हाथों में हैं।
39.हर चीज़ को शांत मन से स्वीकारो।
40.खुशमिजाज लोग सबको प्रिय लगते हैं।
41.मुस्कान सौभाग्य लाती है।
इस संदेश को अपने सभी वरिष्ठ मित्रों और परिजनों के साथ ज़रूर साझा करें।
धन्यवाद! 
स्वस्थ शरीर और लंबी उम्र के लिए संतुलित आहार, प्राकृतिक औषधियों और स्वस्थ जीवनशैली का पालन करना अत्यंत आवश्यक है। नीचे दिए गए सुझावों को दैनिक जीवन में अपनाने से आप न केवल लंबा बल्कि स्वस्थ जीवन जी सकते हैं:
1. औषधियां (Herbs & Spices)
- आंवला: यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है।
- गिलोय: इम्यूनिटी बढ़ाने और बीमारियों से बचाव के लिए।
- अश्वगंधा: तनाव को कम करने और ऊर्जा बढ़ाने के लिए।
- शतावरी: महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए टॉनिक।
- हल्दी: शरीर को डिटॉक्स करने और सूजन कम करने के लिए।
- त्रिफला: पाचन को दुरुस्त रखने और शरीर की सफाई के लिए।
- ब्रह्मी: मस्तिष्क की शक्ति और एकाग्रता बढ़ाने के लिए।
- लहसुन: हृदय की सेहत और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए।
- मुलेठी: गले और फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए।
- तुलसी: रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और सर्दी-जुकाम से बचाव के लिए।
2. वनस्पतियां (Plants)
- नीम: त्वचा, खून साफ करने और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए।
- एलोवेरा: पाचन और त्वचा के लिए फायदेमंद।
- सहजन (Drumstick): इसमें आयरन, कैल्शियम और अन्य पोषक तत्व भरपूर होते हैं।
- पुदीना: पाचन सुधारने और ताजगी के लिए।
- कड़ी पत्ता: बालों, त्वचा और पाचन के लिए लाभकारी।
- भृंगराज: बालों और त्वचा के लिए अद्भुत टॉनिक।
- गुलाब (Rose Water): त्वचा को निखारने और शरीर को ठंडक देने के लिए।
3. अनाज (Grains)
- जौ (Barley): पाचन और शरीर की सफाई के लिए।
- बाजरा: हड्डियों को मजबूत करने और पाचन में सुधार के लिए।
- राजगीरा (Amaranth): प्रोटीन, कैल्शियम और आयरन से भरपूर।
- ओट्स (जई): फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर।
- कुट्टू (Buckwheat): दिल के स्वास्थ्य और पाचन के लिए।
- भूरा चावल (Brown Rice): यह ऊर्जा बढ़ाने और वजन नियंत्रित करने में मदद करता है।
- चना (Chickpeas): प्रोटीन और फाइबर का अच्छा स्रोत।
- दालें (Pulses): मूंग, मसूर, अरहर जैसी दालें पोषण प्रदान करती हैं।
4. फल (Fruits)
- अनार: खून बढ़ाने और एंटीऑक्सीडेंट्स के लिए।
- पपीता: पाचन सुधारने और त्वचा के लिए।
- सेब (Apple): इम्यूनिटी बढ़ाने और ऊर्जा के लिए।
- संतरा और नींबू: विटामिन C का स्रोत।
- अमरूद: पाचन और इम्यूनिटी के लिए फायदेमंद।
- अंजीर और खजूर: ऊर्जा और खून बढ़ाने के लिए।
- कीवी: यह विटामिन C और फाइबर का अच्छा स्रोत है।
- केला: ऊर्जा के लिए सबसे अच्छा फल।
5. सब्जियां (Vegetables)
- पालक: आयरन, फाइबर और कैल्शियम से भरपूर।
- चुकंदर: खून बढ़ाने और शरीर को ऊर्जा देने के लिए।
- ब्रोकली: एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन का स्रोत।
- गाजर: आंखों और त्वचा के लिए।
- लौकी और तोरई: हल्की और पचने में आसान सब्जियां।
- शलजम (Turnip): हड्डियों और पाचन के लिए।
- कद्दू: यह विटामिन A और फाइबर से भरपूर है।
6. अन्य उपाय (Other Tips)
- गुनगुना पानी: सुबह सबसे पहले पियें।
- धूप सेंकना: रोजाना 10-15 मिनट धूप लें।
- सूर्य नमस्कार: शरीर को लचीला और मजबूत बनाए।
- अनुलोम-विलोम: फेफड़ों को साफ करने और मस्तिष्क को शांत करने के लिए।
- पैरों की मालिश (Foot Massage): रोजाना सोने से पहले तिल के तेल से करें।
- रात का खाना हल्का रखें: जल्दी और कम मात्रा में खाएं।
- व्रत रखें: महीने में एक बार उपवास शरीर की सफाई के लिए फायदेमंद है।
- तनाव कम करें: ध्यान और मेडिटेशन से मानसिक शांति पाएं।
- रोजाना टहलें: सुबह या शाम कम से कम 30 मिनट।
- सकारात्मक सोच रखें: मानसिक स्वास्थ्य भी लंबी उम्र के लिए जरूरी है।
इन उपायों को अपनाने से न केवल आपका शरीर स्वस्थ रहेगा बल्कि आप दीर्घायु भी प्राप्त कर सकेंगे। नियमितता और संतुलन का ध्यान रखना सबसे महत्वपूर्ण है।
दवा रहित जीवन जीने के बेहतरीन उपाय
दवा रहित जीवन जीना
1. जल्दी सोना और जल्दी उठना दवा है।
2. ऊँ का जाप दवा है।
3. योग प्राणायाम ध्यान और व्यायाम दवा है।
4. सुबह-शाम टहलना भी दवा है।
5. उपवास सभी बीमारियों की दवा है।
6. सूर्य-प्रकाश भी दवा है।
7. मटके का पानी पीना भी दवा है।
8. ताली बजाना भी दवा है।
9. भोजन को खूब चबाना और पानी की तरह लेना भी दवा है।
10. भोजन की तरह चबाकर पानी पीना भी दवा है।
11. भोजन ग्रहण करने के पश्चात वज्रासन में बैठना दवा है।
12. खुश रहने का निर्णय भी दवा है।
13. कभी-कभी मौन भी दवा है।
14. हंसी-मजाक दवा है।
15. संतोष भी दवा है।
16. मन की शांति व स्वस्थ शरीर भी दवा है।
17. ईमानदारी व सकारात्मकता दवा है।
18. निस्वार्थ प्रेम-भावना भी दवा है।
19. सबका भला ( परोपकार ) करना भी दवा है।
20. ऐसा कुछ करना जिससे किसी की दुआ मिले, वह दवा है।
21. सबके साथ मिलजुल कर रहना दवा है।
22. परिवार के साथ खाना-पीना और घुलना-मिलना भी दवा है।
23. आपका हर सच्चा और अच्छा मित्र भी बिना पैसे के पूरा मेडिकल स्टोर ही है।
24. मस्त रहें, व्यस्त रहें, स्वस्थ रहें और प्रसन्न चित्त रहें, यह भी दवा है।
25. हर नए दिन का भरपूर आनंद लेना भी दवा है।
* और अन्त में...
प्रकृति की "महानता" को समझना व उसके प्रति कृतज्ञता का भाव भी दवा है।
ये सभी औषधियां बिल्कुल निःशुल्क आपके पास है, आपको उपलब्ध हैं।
आप हमेशा स्वस्थ रहें यही प्रार्थना करते हैं।😊
दवा रहित जीवन जीने के लिए संतुलित आहार, स्वस्थ जीवनशैली, और प्राकृतिक उपायों को अपनाना सबसे महत्वपूर्ण है। यहां 50 बेहतरीन उपाय दिए गए हैं, जिन्हें अपनाकर आप लंबे समय तक स्वस्थ रह सकते हैं:
1-10: स्वस्थ दिनचर्या
- सुबह जल्दी उठें (ब्राह्म मुहूर्त में)।
- सूरज की पहली किरण में बैठें (विटामिन D के लिए)।
- रोजाना व्यायाम या योग करें।
- गहरी सांस लेने का अभ्यास करें (प्राणायाम)।
- दिन की शुरुआत गुनगुने पानी में नींबू और शहद डालकर करें।
- पूरे दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पियें।
- भोजन धीरे-धीरे और चबाकर खाएं।
- रात को जल्दी सोएं और पर्याप्त नींद (6-8 घंटे) लें।
- स्क्रीन टाइम (मोबाइल और टीवी) कम करें।
- नियमित रूप से ध्यान (मेडिटेशन) करें।
11-20: आहार संबंधित उपाय
- मौसमी और स्थानीय फलों का सेवन करें।
- हरी पत्तेदार सब्जियां अपने आहार में शामिल करें।
- अनाज में बाजरा, जौ, और राजगीरा का उपयोग करें।
- प्रोटीन के लिए दाल, मूंगफली और बीन्स खाएं।
- दिन में एक मुट्ठी मेवे और बीज (बादाम, अखरोट, चिया बीज) खाएं।
- जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड से बचें।
- अधिक तली-भुनी चीजों का सेवन कम करें।
- चीनी और नमक का संतुलित मात्रा में उपयोग करें।
- ताजे घर के बने भोजन को प्राथमिकता दें।
- हर्बल चाय (तुलसी, अदरक, पुदीना) का सेवन करें।
21-30: प्राकृतिक उपचार
- हल्दी वाला दूध पीने की आदत डालें।
- सर्दी-जुकाम में तुलसी, अदरक और शहद का काढ़ा पियें।
- कब्ज के लिए रात में भिगोए हुए त्रिफला चूर्ण का सेवन करें।
- शरीर की सफाई के लिए नीम की पत्तियों का रस लें।
- एलोवेरा जूस का नियमित सेवन करें।
- सिरदर्द में पुदीने का तेल माथे पर लगाएं।
- दर्द और सूजन के लिए सरसों के तेल से मालिश करें।
- नींबू और शहद के साथ गुनगुना पानी इम्यूनिटी बढ़ाता है।
- बुखार में गिलोय का रस पियें।
- पेट की समस्याओं के लिए अजवायन और सौंफ का सेवन करें।
31-40: योग और व्यायाम
- नियमित रूप से सूर्य नमस्कार करें।
- अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें।
- कपालभाति प्राणायाम से पेट और फेफड़ों की सफाई करें।
- शवासन करें, यह तनाव को कम करता है।
- हलासन और भुजंगासन रीढ़ को मजबूत बनाते हैं।
- पैदल चलने की आदत डालें (कम से कम 30 मिनट)।
- सीढ़ियों का उपयोग करें, लिफ्ट से बचें।
- ऑफिस में लंबे समय तक बैठने के दौरान स्ट्रेचिंग करें।
- तैराकी या साइकिलिंग जैसे शारीरिक गतिविधियों को अपनाएं।
- गार्डनिंग या खेत में काम करें।
41-50: अन्य जीवनशैली टिप्स
- तनाव से बचें, सकारात्मक सोच रखें।
- अपने जीवन में लक्ष्य निर्धारित करें और प्राथमिकताएं तय करें।
- रिश्तों में स्वस्थ संवाद बनाए रखें।
- सप्ताह में एक दिन डिजिटल डिटॉक्स करें।
- धार्मिक या आध्यात्मिक गतिविधियों में समय बिताएं।
- प्रकृति के करीब रहें, खुले में समय बिताएं।
- घर को साफ और स्वच्छ रखें।
- आवश्यक तेलों (जैसे लैवेंडर, टी ट्री) का उपयोग करें।
- मसाज और एक्यूप्रेशर तकनीकों को अपनाएं।
- दवा के बजाय प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों (आयुर्वेद, होम्योपैथी) को प्राथमिकता दें।
इन उपायों को नियमित रूप से अपनाकर आप न केवल दवा रहित जीवन जी सकते हैं बल्कि अपने शरीर और मन को भी स्वस्थ और संतुलित रख सकते हैं।
गुरुवार, 10 सितंबर 2020
सभी वरिष्ठ साथियों व रिटायर होने वाले साथियों के लिए, For all senior colleagues and retirees
EX-SERVICEMAN LATEST JOBS AFTER RETIREMENT IN CIVIL SERVICES, SSC CGL, CPO, BANK, POLICE, RAILWAY
Must resist wrong ग़लत का विरोध अवश्य करें,
भगवान कृष्ण की इस सीख से मिलेगी जीवन में सफलता- Krishna Leela - Krishna Seekh - Krishna Updesh
सोमवार, 13 जुलाई 2020
वाह रे पैसा
शनिवार, 18 अप्रैल 2020
शनिवार, 21 जुलाई 2018
शाकाहारी
मांसाहारी डरते थे।।
नमन 'सिकंदर' करते थे॥
वन में जिसका धाम था।।
मांस पशु के ढेरो में।।
' *शबरी' के जूठे बेरो में*॥
*गोवर्धन पर भारी थे*॥
*गिरधर' शाकाहारी थे*॥
चोटी पर फहराया था।।
जिसने मान बढाया था॥
मानवता के विस्तार के।।
वाचक शाकाहार के॥
गौरवमय इतिहास को।।
इस नीले आकाश को॥
पशु के करुण क्रंदन को।।
शाकाहारी भोजन को॥
क्या फ़िर भी वो इंसान है?
या कोई कब्रिस्तान है?
उंगली अपनी जलती है
जब जिस्म पे आरी चलती है॥
बचने के आसार नही।।
उस पीडा का पार नही॥
चीख जीव की सुन लेते।।
गिरी गिरनार को चुन लेते॥
अपने माता पिता का सम्मान करने के 35 तरीके
1. उनकी उपस्थिति में अपने फोन को दूर रखो.
2. वे क्या कह रहे हैं इस पर ध्यान दो.
3. उनकी राय स्वीकारें.
4. उनकी बातचीत में सम्मिलित हों.
5. उन्हें सम्मान के साथ देखें.
6. हमेशा उनकी प्रशंसा करें.
7. उनको अच्छा समाचार जरूर बताएँ.
8. उनके साथ बुरा समाचार साझा करने से बचें.
9. उनके दोस्तों और प्रियजनों से अच्छी तरह से बोलें.
10. उनके द्वारा किये गए अच्छे काम सदैव याद रखें.
11. वे यदि एक ही कहानी दोहरायें तो भी ऐसे सुनें जैसे पहली बार सुन रहे हो.
12. अतीत की दर्दनाक यादों को मत दोहरायें.
13. उनकी उपस्थिति में कानाफ़ूसी न करें.
14. उनके साथ तमीज़ से बैठें.
15. उनके विचारों को न तो घटिया बताये न ही उनकी आलोचना करें.
16. उनकी बात काटने से बचें.
17. उनकी उम्र का सम्मान करें.
18. उनके आसपास उनके पोते/पोतियों को अनुशासित करने अथवा मारने से बचें.
19. उनकी सलाह और निर्देश स्वीकारें.
20. उनका नेतृत्व स्वीकार करें.
21. उनके साथ ऊँची आवाज़ में बात न करें.
22. उनके आगे अथवा सामने से न चलें.
23. उनसे पहले खाने से बचें.
24. उन्हें घूरें नहीं.
25. उन्हें तब भी गौरवान्वित प्रतीत करायें जब कि वे अपने को इसके लायक न समझें.
26. उनके सामने अपने पैर करके या उनकी ओर अपनी पीठ कर के बैठने से बचें.
27. न तो उनकी बुराई करें और न ही किसी अन्य द्वारा की गई उनकी बुराई का वर्णन करें.
28. उन्हें अपनी प्रार्थनाओं में शामिल करें.
29. उनकी उपस्थिति में ऊबने या अपनी थकान का प्रदर्शन न करें.
30. उनकी गलतियों अथवा अनभिज्ञता पर हँसने से बचें.
31. कहने से पहले उनके काम करें.
32. नियमित रूप से उनके पास जायें.
33. उनके साथ वार्तालाप में अपने शब्दों को ध्यान से चुनें.
34. उन्हें उसी सम्बोधन से सम्मानित करें जो वे पसन्द करते हैं.
35. अपने किसी भी विषय की अपेक्षा उन्हें प्राथमिकता दें...!!!
गर्लफ्रैंड चालीसा
तुम हो बड़ी कमाल
पहले लाती हरियाली
फिर लाती भूचाल
तुम्हारी महिमा सबने बखानी
और बाद मा धोखा खावैं
पढ़ाई लिखाई के बंटाधार
गर्लफ्रैंड खूब मांग सुनावै
हम किए न जाने कितने कांड
गई थी हमार ऐसी मति मारी
बन बैठे सड़क के भिखारी
रीचार्ज करवाओ करो मिसकाल
तुम्हरे चक्कर मे बड़े हैं खर्चे
हमरे सिर पर खुमार चढ़ा था
नोट्स छोड़ लवलेटर लिखते
लात और जूते बरसे घर मे
आई वो जिन्दगी मे बनके बहार
और दूजा काम न भाता
जीन्स बूट परफ्यूम लगाए
और फिर प्रपोज किए थे
कभी मन मे लड्डू फूटे थे
हमारा प्रपोजल एक्सेप्ट हुआ
जैसे जन्नत यहीं मिली थी
क्लास छोड़ हम तुम्हरे पीछे
हमरे दिल की घंटी बजावै
आनलाइन हमरे साथ जगती थी तुम
बनाने लगे हम मिलन संजोग
जब बाइक पर उसको बैठाए
घर जाकर कर गए सब चुगली
और ऊपर से पीटे जाते
अस्पताल मे ये भर्ती होते
उतने का तुमहार लिप्सटिक मेकअप
आवै इनका खूब नौटंकी
लड़िकै कांप कांप भय खावैं
और बैठ के हुकुम चलावै
भरना पड़ता बिल है तुम्हारा
न करो इमोशनल अत्याचार
भूत प्रेत सब हमसे कांपैं
मन्दिर जाकर शीश झुकायौ
गर्लफ्रैंड से ब्रेकअप कर लीन्हा
तब से देते हम उपदेश
गर्लफ्रैंड बनाके मुसीबत न झेलौ
हर विपदा से वो बच जावै
तुम बन गई थी मालकिन
हम थे तुम्हरे दास
जब से ब्रेकअप हो गया
ले रहे चैन की सांस
Best message
सच नं. 1 -:
माँ के सिवा कोई वफादार नही हो सकता…!!!❣
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सच नं. 2 -:
गरीब का कोई दोस्त नही हो सकता…!!❣
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सच नं. 3 -:
आज भी लोग अच्छी सोच को नही,
अच्छी सूरत को तरजीह देते हैं…!!!❣
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सच नं. 4 -:
इज्जत सिर्फ पैसे की है, इंसान की नही…!!!❣
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सच न. 5 -:
जिस शख्स को अपना खास समझो….
अधिकतर वही शख्स दुख दर्द देता है…❣
बहुत हंसता है , तो अंदर से वो बहुत अकेला है❣
वो बहुत उदास है❣
बात पर रो देता है तो वो बहुत मासूम और नाजुक दिल का है❣
नाराज़ हो जाता है तो वो अंदर से बहुत अकेला
और जिन्दगी में प्यार की कमी महसूस करता है❣
❣लोगों को एहसास कराइए की वो आप के लिए कितने खास है सर...❣
टाइम तो उतना लगना ही है..❣
जिन्दगी बच जाये.....❣
जितनी धोखा खाने से आती है...❣
गुरुवार, 12 जुलाई 2018
यह अजीब मुल्क है
२. कानपुर का असली नाम - कान्हापुर !
३. दिल्ली का असली नाम - इन्द्रप्रस्थ !
४. हैदराबाद का असली नाम - भाग्यनगर !
५. इलाहाबाद का असली नाम - प्रयाग !
६. औरंगाबाद का असली नाम - संभाजी नगर !
७. भोपाल का असली नाम - भोजपाल !
८. लखनऊ का असली नाम - लक्ष्मणपुरी !
९. अहमदाबाद का असली नाम - कर्णावती !
१०. फैजाबाद का असली नाम - अवध !
११. अलीगढ़ का असली नाम - हरिगढ़ !
१२. मिराज का असली नाम - शिव प्रदेश !
१३. मुजफ्फरनगर का असली नाम - लक्ष्मी नगर !
१४. शामली का असली नाम - श्यामली !
१५. रोहतक का असली नाम - रोहितासपुर !
१६. पोरबंदर का असली नाम - सुदामापुरी !
१७. पटना का असली नाम - पाटलीपुत्र !
१८. नांदेड का असली नाम - नंदीग्राम !
१९. आजमगढ का असली नाम - आर्यगढ़ !
२०. अजमेर का असली नाम - अजयमेरु !
२१. उज्जैन का असली नाम - अवंतिका !
२२. जमशेदपुर का असली नाम काली माटी !
२३. विशाखापट्टनम का असली नाम - विजात्रापश्म !
२४. गुवाहटी का असली नाम - गौहाटी !
२५. सुल्तानगँज का असली नाम - चम्पानगरी !
२६. बुरहानपुर का असली नाम - ब्रह्मपुर !
२७. इंदौर का असली नाम - इंदुर !
२८. नशरुलागंज का असली नाम - भीरुंदा !
२९. सोनीपत का असली नाम - स्वर्णप्रस्थ !
३०. पानीपत का असली नाम - पर्णप्रस्थ !
३१.बागपत का असली नाम - बागप्रस्थ !
३२. उसामानाबाद का असली नाम - धाराशिव (महाराष्ट्र में) !
३३. देवरिया का असली नाम - देवपुरी ! (उत्तर प्रदेश में)
३४. सुल्तानपुर का असली नाम - कुशभवनपुर
३५. लखीमपुर का असली नाम - लक्ष्मीपुर ! (उत्तर प्रदेश में)
३६. मुरैना का असली नाम - मयुरवन
मैं धीरे-धीरे सीख रही हूँ कि
*मैं धीरे-धीरे सीख रही हूँ कि...*
मुझे हर उस बात पर प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए जो मुझे चिंतित करती है।
*मैं धीरे-धीरे सीख रही हूँ कि...*
जिन्होंने मुझे चोट दी है मुझे उन्हें चोट नहीं देनी चाहिए क्योंकि वह मेरी उर्जा खा जाती है।
*मैं धीरे-धीरे सीख रही हूँ कि...*
शायद सबसे बड़ी समझदारी का लक्षण भिड़ में जाने के बजाय अलग हट जाने में है।
*मैं धीरे-धीरे सीख रही हूँ कि...*
अपने साथ हुए प्रत्येक बुरे और अच्छे बर्ताव पर प्रतिक्रिया करने में हमारी जो ऊर्जा खर्च होती है वह हमको खाली कर देती है ।
*मैं धीरे-धीरे सीख रही हूँ कि...*
मैं हर आदमी से वैसा व्यवहार नहीं पा सकूंगी जिसकी मैं अपेक्षा करती हूँ। और धीरे धीरे, में ये समझने लगी हूं कि दूसरे की अपेक्षा पूरी करना मूर्खता हैं ।
*मैं धीरे-धीरे सीख रही हूँ कि...*
किसी का दिल जीतने के लिए बहुत कठोर प्रयास करना, समय और ऊर्जा की बर्बादी है और यह हमको कुछ नहीं देता, केवल खालीपन से भर देता है।
☹
*मैं धीरे-धीरे सीख रही हूँ कि...*
जवाब नहीं देने का अर्थ यह कदापि नहीं कि यह सब मुझे स्वीकार्य है, बल्कि यह कि मैं इससे ऊपर उठ जाना बेहतर समझती हूँ।
*मैं धीरे-धीरे सीख रही हूँ कि...*
कभी-कभी कुछ नहीं कहना सब कुछ बोल देता है।
*मैं धीरे-धीरे सीख रही हूँ कि...*
किसी परेशान करने वाली बात पर प्रतिक्रिया देकर हम अपनी भावनाओं पर नियंत्रण की शक्ति किसी दूसरे को दे बैठते हैं।
*मैं धीरे-धीरे सीख रही हूँ कि...*
मैं कोई प्रतिक्रिया दे दूँ तो भी कुछ बदलने वाला नहीं है। इससे लोग अचानक मुझे प्यार और सम्मान नहीं देने लगेंगे। यह उनकी सोच में कोई जादुई बदलाव नहीं ला पायेगा।
*मैं धीरे-धीरे सीख रही हूँ कि...*
जिंदगी तब बेहतर हो जाती है जब हम अपना ध्यान , अपने आसपास की घटनाओं पर केंद्रित न करने के बजाय उसपर केंद्रित कर देते हैं जो हमारे अंतर्मन में घटित हो रहा है।
में *धीरे धीरे शिख रही हूं कि...*
फिर हम ने चिंतित करने वाली हर छोटी-छोटी बात पर प्रतिक्रिया 'नहीं' देना ओर ओशो , Gurdjieff, और krisnamurthy का बताया हुआ ,ध्यान करना चालू कर दिया है, ध्यान एक स्वस्थ और प्रसन्न जीवन का 'प्रथम अवयव' है
*मैं धीरे धीरे सीख रही हूं,* कि बिना ध्यान, ये सब उपर की बात संभालना मुश्किल है, अशक्य है, इस लिए मैं धीरे धीरे ज्यादा ध्यान में रहने लगी हू । । ....
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*मुन्सी प्रेमचंद जी की एक सुंदर कविता* _ख्वाहिश नहीं मुझे_ _मशहूर होने की, _आप मुझे पहचानते हो_ _बस इतना ही ...
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मां पर इतने सुंदर सुंदर बोल...एकसाथ... *गिनती नही आती मेरी माँ को यारों,* *मैं एक रोटी मांगता हूँ वो हमेशा दो ही लेकर आती ...


























