बुधवार, 15 जनवरी 2025

बुजुर्ग नहीं भाग्यशाली लोग सीनियर सिटीजन लोगों को

 बुजुर्ग नहीं भाग्यशाली लोग सीनियर सिटीजन लोगों को

 बुजुर्ग नहीं, भाग्यशाली लोग
वे भाग्यशाली लोग हैं जो 60 पार कर गये। कैनेडा में, भारतीय मूल के डॉ दिनेश छुरा 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को, 'बुजुर्ग' कहने के बजाय, 'भाग्यशाली लोग' कहने की वकालत करते हैं।
अपनी उम्र बताने/जोड़ने का तरीका:
यदि आपकी उम्र 60 वर्ष है तो..
 उम्र 16 + 44 अनुभव = 60 वर्ष
डॉ. छुरा ने 60 साल के लोगों के  "भाग्यशाली व्यक्ति" बनने के रहस्य को
"37 वाक्यों" में  इस प्रकार समझाया :-

1. चलते रहो, बिना किसी वजह के भी पैदल चलो। लिफ्ट का उपयोग कम से कम करें लेकिन इन सब में आपके जूते अत्यधिक कंफर्टेबल होने चाहिए।

2. जब आप चिड़चिड़ा महसूस करें तो गहरी सांस लें।
3. व्यायाम करें, तांकि शरीर में अकड़न महसूस न हो।
4. गर्मियों में, एयर- कंडीशनर चालू होने पर, अधिक पानी पिएं। और हो सके तो एयर कंडीशन में ना बैठें।
5. आप जितना चबाएंगे, आपका शरीर और मस्तिष्क उतना ही ऊर्जावान होगा।
6. याददाश्त उम्र के कारण नहीं, बल्कि लंबे समय तक मस्तिष्क का उपयोग न करने के कारण कम होती है।
7. ज्यादा दवाइयां लेने की जरूरत नहीं है। जरूरत होने पर आपकी रसोई के मसाले व अन्य सामान आप दवाई की जगह प्रयोग में ला सकते हैं। फिर भी ज्यादा जरूरी हो तो आयुर्वेद या होम्योपैथी का सहारा लें।
8. रक्तचाप और रक्त शर्करा के स्तर को जानबूझ कर कम करने की आवश्यकता नहीं है।
9. केवल वही काम करें, जिससे आप प्यार करते हैं। व आपको उस से खुशी मिलती हो।
10. चाहे कुछ भी हो जाए, हर समय घर में नहीं रहना चाहिए। रोजाना घर से बाहर जरूर निकलें, और टहलें भी।
11. जो चाहो खाओ, पर नियन्त्रित मात्रा में।
12. हर काम सावधानी से करें। जल्दबाजी आपको महंगी पड़ सकती है।
13. उन लोगों से भी बुरा व्यवहार न करें, जिन्हें आप नापसंद करते हैं।
14. अपनों व अपने जीवनसाथी का ख्याल रखें।
15. बीमारी से, अंत तक लड़ने के बजाय इसके साथ जीना सीखना बेहतर है।
16. मुश्किल समय में, ईश्वर जी की मदद से आगे बढ़ने की कृपा मिलती है।
17. हर बार, खाना खाने के बाद, थोड़ा सा गुनगुना पानी, अवश्य पियें। यां खाना खाने के कम से कम 1 घंटे बाद पानी पिएं। खाना खाने के तुरंत बाद बैठकर पेशाब करने से आपके गुर्दे ठीक रहते हैं।
18. रात में, जब भी उठें, पानी कम मात्रा में अवश्य पियें।
19. जब नींद नहीं आये, तो जबरदस्ती न करें। राम नाम की माला लगातार शुरू कर दें। आपको आराम से नींद आ जाएगी।
20. खुशमिजाज चीजें करना, दिमाग को तेज करने वाली सबसे अच्छी गतिविधि है।
21. अपने लोगों से बातचीत करते रहें। आपके पास कम लोग हैं या आप अकेले रहते हैं तो फोन का इस्तेमाल करें।
22. एक "पारिवारिक चिकित्सक" को, अपने आसपास जल्दी खोज लें। तांकि जरूरत पड़ने पर उससे संपर्क साधा जा सके।
23. धैर्य रखें, लेकिन अत्यधिक नहीं, या हर समय अपने आप को अच्छा बनने के लिए मजबूर न करें।
24. नया सीखते रहें, वर्ना बूढ़े कहलाएंगे।
25. लालची मत बनो, अब जो कुछ भी तुम्हारे पास है, वही अच्छा व काफी है। अपने और अपनों के ऊपर खर्च करें। अंत में बाकी सब छोड़ कर जाना यही सत्य है।
26. जब कभी बिस्तर से उठना हो, तो तुरंत खड़े न हों,  2-3 मिनट रुककर, उठें।
27. जितनी अधिक परेशानी वाली चीजें हैं, उतनी ही दिलचस्प हैं , चिंता ना करें।
28. स्नान करने के बाद कपड़े पहनते वक्त दीवार आदि का सहारा लें।
29. वही करें, जो अपने और दूसरों के लिए हितकारी हो।
30. अपने आज को, इत्मिनान से जिएं।
31. इच्छा, दीर्घायु का स्रोत है!
32. एक आशावादी के रूप में जियें
33. प्रसन्नचित्त व्यक्ति, लोकप्रिय भी होते हैं और दूसरों को भी प्रसन्नचित रखते हैं।
34. रोजाना मंदिर अवश्य जाएं। दिल खोलकर दान करें। गौ माता जी की व अन्य जीव जंतुओं, कीड़ों मकोड़ों आदि की सेवा करें।
35. जीवन और जीवन के नियम आपके अपने हाथों में हैं।
36. इस उम्र में सब कुछ शांति से स्वीकार करे
37. मित्र सबसे ज्यादा इसी उम्र में जरूरी हैं अपनी एक मित्र मंडली बनायें। सुबह शाम उनसे साथ हंसी-ठिठौली करना आपके लिए अत्यधिक लाभप्रद होगा। आप किसी पार्क आदि में बैठ सकते हैं या व्हाट्सएप ग्रुप बनाएं व अपने मित्रों के साथ खूब हंसी-ठिठोली करें।

बाकी का जीवन बोनस है इसे बोनस समझ कर जिएं आनंद ले आनंद दें।
सभी 60 पार कर चुके व करने वाले मित्रों को समर्पित
हँसते रहिये हंसाते रहिये, तंदरुस्त रहिए ❤️ आपका दोस्त🚩 

एक जापानी डॉक्टर की वायरल सलाह 👇👇 मनोवैज्ञानिक हिडेकी वादा ने हाल ही में "The 80-Year-Old Wall" नामक पुस्तक प्रकाशित की है। यह पुस्तक मार्च 2025 में रिलीज़ होते ही जबरदस्त लोकप्रिय हो गई — अब तक इसकी 5 लाख से अधिक प्रतियाँ बिक चुकी हैं, जिससे यह वर्तमान में जापान की सबसे ज़्यादा बिकने वाली किताब बन गई है। यदि बिक्री की यही रफ़्तार रही, तो जल्द ही यह 10 लाख की बिक्री का आँकड़ा पार कर वर्ष की सर्वाधिक बिकने वाली पुस्तक बन जाएगी। डॉ. वादा, जिनकी आयु 61 वर्ष है, बुजुर्गों में मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ हैं। उन्होंने अपने अनुभवों के आधार पर 80 वर्ष की उम्र में सुखी और सौभाग्य शाली जीवन जीने के यह सूत्र साझा किए हैं — 1.चलते रहो। 2.जब गुस्सा आए,गहरी साँस लो 3.शरीर को अकड़ने से बचाने के लिए नियमित व्यायाम करो। 4.गर्मियों में एसी का प्रयोग करते समय ज़्यादा पानी पियो। 5.डायपर पहनना गतिशीलता बढ़ाने में मदद करता है। 6.जितना अधिक चबाओगे, दिमाग और शरीर उतने ही सक्रिय रहेंगे। 7.भूलना उम्र की वजह से नहीं, दिमाग के कम उपयोग से होता है। 8.दवाएं ज़रूरत से ज़्यादा मत लो 9.ब्लड प्रेशर और शुगर को बहुत ज़्यादा नीचे लाने की कोशिश मत करो। 10.अकेले रहना अकेलापन नहीं,बल्कि शांति का समय है। 11वही करो जो पसंद हो; जो नापसंद है,मत करो। 12.स्वाभाविक इच्छाएँ बुढ़ापे में भी बनी रहती हैं। 13.घर में बैठे मत रहो। 14.जो पसंद हो वो खाओ; थोड़ा मोटापा बेहतर है। 15.हर काम सावधानी से करो। 16.जिनसे मन न मिले,उनसे मेलजोल मत रखो। 17.टीवी लगातार मत देखते रहो। 18.बीमारी से लड़ने के बजाय उसके साथ जीना सीखो। 19.“जब गाड़ी पहाड़ पर पहुँचती है,रास्ता खुद बन जाता है” बुजुर्गों के लिए यह खुशहाली का मंत्र है। 20.ताज़े फल और सलाद खाओ। 21.नहाने का समय 10 मिनट से ज़्यादा न हो। 22.नींद न आए तो खुद को ज़बरदस्ती मत सुलाओ। 23.जो गतिविधियाँ खुशी दें, वे दिमाग को सक्रिय रखती हैं। 24.जो महसूस करो,कहो — ज़्यादा मत सोचो। 25.बहुत ज़्यादा सहनशील मत बनो; थोड़ा “बोल्ड” बुजुर्ग बनना भी ठीक है। 26.कभी-कभी अपना विचार बदलना भी ठीक है। 27.जीवन के अंतिम चरण में डिमेंशिया भी ईश्वर का उपहार है। 28.अगर सीखना बंद कर दोगे, तो बूढ़े हो जाओगे। 29.नाम-यश की लालसा मत रखो;जो है,वही पर्याप्त है। 30.मासूमियत बुजुर्गों की पहचान है। 31.जितना कठिन कार्य होगा, उतना ही रोचक लगेगा। 32.धूप सेंकना खुशी देता है। 33.दूसरों के हित में कार्य करो। 34.आज का दिन आराम से बिताओ। 35.इच्छा ही दीर्घायु का रहस्य है। 36.प्रसन्न रहो। 37.सहज रूप से साँस लो। 38.जीवन के सिद्धांत तुम्हारे अपने हाथों में हैं। 39.हर चीज़ को शांत मन से स्वीकारो। 40.खुशमिजाज लोग सबको प्रिय लगते हैं। 41.मुस्कान सौभाग्य लाती है। 🌼 इस संदेश को अपने सभी वरिष्ठ मित्रों और परिजनों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद! 🙏


स्वस्थ शरीर और लंबी उम्र के लिए संतुलित आहार, प्राकृतिक औषधियों और स्वस्थ जीवनशैली का पालन करना अत्यंत आवश्यक है। नीचे दिए गए सुझावों को दैनिक जीवन में अपनाने से आप न केवल लंबा बल्कि स्वस्थ जीवन जी सकते हैं:


1. औषधियां (Herbs & Spices)

  1. आंवला: यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है।
  2. गिलोय: इम्यूनिटी बढ़ाने और बीमारियों से बचाव के लिए।
  3. अश्वगंधा: तनाव को कम करने और ऊर्जा बढ़ाने के लिए।
  4. शतावरी: महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए टॉनिक।
  5. हल्दी: शरीर को डिटॉक्स करने और सूजन कम करने के लिए।
  6. त्रिफला: पाचन को दुरुस्त रखने और शरीर की सफाई के लिए।
  7. ब्रह्मी: मस्तिष्क की शक्ति और एकाग्रता बढ़ाने के लिए।
  8. लहसुन: हृदय की सेहत और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए।
  9. मुलेठी: गले और फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए।
  10. तुलसी: रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और सर्दी-जुकाम से बचाव के लिए।

2. वनस्पतियां (Plants)

  1. नीम: त्वचा, खून साफ करने और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए।
  2. एलोवेरा: पाचन और त्वचा के लिए फायदेमंद।
  3. सहजन (Drumstick): इसमें आयरन, कैल्शियम और अन्य पोषक तत्व भरपूर होते हैं।
  4. पुदीना: पाचन सुधारने और ताजगी के लिए।
  5. कड़ी पत्ता: बालों, त्वचा और पाचन के लिए लाभकारी।
  6. भृंगराज: बालों और त्वचा के लिए अद्भुत टॉनिक।
  7. गुलाब (Rose Water): त्वचा को निखारने और शरीर को ठंडक देने के लिए।

3. अनाज (Grains)

  1. जौ (Barley): पाचन और शरीर की सफाई के लिए।
  2. बाजरा: हड्डियों को मजबूत करने और पाचन में सुधार के लिए।
  3. राजगीरा (Amaranth): प्रोटीन, कैल्शियम और आयरन से भरपूर।
  4. ओट्स (जई): फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर।
  5. कुट्टू (Buckwheat): दिल के स्वास्थ्य और पाचन के लिए।
  6. भूरा चावल (Brown Rice): यह ऊर्जा बढ़ाने और वजन नियंत्रित करने में मदद करता है।
  7. चना (Chickpeas): प्रोटीन और फाइबर का अच्छा स्रोत।
  8. दालें (Pulses): मूंग, मसूर, अरहर जैसी दालें पोषण प्रदान करती हैं।

4. फल (Fruits)

  1. अनार: खून बढ़ाने और एंटीऑक्सीडेंट्स के लिए।
  2. पपीता: पाचन सुधारने और त्वचा के लिए।
  3. सेब (Apple): इम्यूनिटी बढ़ाने और ऊर्जा के लिए।
  4. संतरा और नींबू: विटामिन C का स्रोत।
  5. अमरूद: पाचन और इम्यूनिटी के लिए फायदेमंद।
  6. अंजीर और खजूर: ऊर्जा और खून बढ़ाने के लिए।
  7. कीवी: यह विटामिन C और फाइबर का अच्छा स्रोत है।
  8. केला: ऊर्जा के लिए सबसे अच्छा फल।

5. सब्जियां (Vegetables)

  1. पालक: आयरन, फाइबर और कैल्शियम से भरपूर।
  2. चुकंदर: खून बढ़ाने और शरीर को ऊर्जा देने के लिए।
  3. ब्रोकली: एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन का स्रोत।
  4. गाजर: आंखों और त्वचा के लिए।
  5. लौकी और तोरई: हल्की और पचने में आसान सब्जियां।
  6. शलजम (Turnip): हड्डियों और पाचन के लिए।
  7. कद्दू: यह विटामिन A और फाइबर से भरपूर है।

6. अन्य उपाय (Other Tips)

  1. गुनगुना पानी: सुबह सबसे पहले पियें।
  2. धूप सेंकना: रोजाना 10-15 मिनट धूप लें।
  3. सूर्य नमस्कार: शरीर को लचीला और मजबूत बनाए।
  4. अनुलोम-विलोम: फेफड़ों को साफ करने और मस्तिष्क को शांत करने के लिए।
  5. पैरों की मालिश (Foot Massage): रोजाना सोने से पहले तिल के तेल से करें।
  6. रात का खाना हल्का रखें: जल्दी और कम मात्रा में खाएं।
  7. व्रत रखें: महीने में एक बार उपवास शरीर की सफाई के लिए फायदेमंद है।
  8. तनाव कम करें: ध्यान और मेडिटेशन से मानसिक शांति पाएं।
  9. रोजाना टहलें: सुबह या शाम कम से कम 30 मिनट।
  10. सकारात्मक सोच रखें: मानसिक स्वास्थ्य भी लंबी उम्र के लिए जरूरी है।

इन उपायों को अपनाने से न केवल आपका शरीर स्वस्थ रहेगा बल्कि आप दीर्घायु भी प्राप्त कर सकेंगे। नियमितता और संतुलन का ध्यान रखना सबसे महत्वपूर्ण है।

दवा रहित जीवन जीने के बेहतरीन उपाय

 दवा रहित जीवन जीना

1. जल्दी सोना और जल्दी उठना दवा है।
2. ऊँ का जाप दवा है।
3. योग प्राणायाम ध्यान और व्यायाम दवा है।
4. सुबह-शाम टहलना भी दवा है।
5. उपवास सभी बीमारियों की दवा है।
6. सूर्य-प्रकाश भी दवा है।
7. मटके का पानी पीना भी दवा है।
8. ताली बजाना भी दवा है।
9. भोजन को खूब चबाना और पानी की तरह लेना भी दवा है।
10. भोजन की तरह चबाकर पानी पीना भी दवा है।
11. भोजन ग्रहण करने के पश्चात वज्रासन में बैठना दवा है।
12. खुश रहने का निर्णय भी दवा है।
13. कभी-कभी मौन भी दवा है।
14. हंसी-मजाक दवा है।
15. संतोष भी दवा है।
16. मन की शांति व स्वस्थ शरीर भी दवा है।
17. ईमानदारी व सकारात्मकता दवा है।
18. निस्वार्थ प्रेम-भावना भी दवा है।
19. सबका भला ( परोपकार ) करना भी दवा है।
20. ऐसा कुछ करना जिससे किसी की दुआ मिले, वह दवा है।
21. सबके साथ मिलजुल कर रहना दवा है।
22. परिवार के साथ खाना-पीना और घुलना-मिलना भी दवा है।
23. आपका हर सच्चा और अच्छा मित्र भी बिना पैसे के पूरा मेडिकल स्टोर ही है।
24. मस्त रहें, व्यस्त रहें, स्वस्थ रहें और प्रसन्न चित्त रहें, यह भी दवा है।
25. हर नए दिन का भरपूर आनंद लेना भी दवा है।

* और अन्त में...
प्रकृति की "महानता" को समझना व उसके प्रति कृतज्ञता का भाव भी दवा है।
 
ये सभी औषधियां बिल्कुल निःशुल्क आपके पास है, आपको उपलब्ध हैं।
आप हमेशा स्वस्थ रहें यही प्रार्थना करते हैं।😊

 

दवा रहित जीवन जीने के लिए संतुलित आहार, स्वस्थ जीवनशैली, और प्राकृतिक उपायों को अपनाना सबसे महत्वपूर्ण है। यहां 50 बेहतरीन उपाय दिए गए हैं, जिन्हें अपनाकर आप लंबे समय तक स्वस्थ रह सकते हैं:


1-10: स्वस्थ दिनचर्या

  1. सुबह जल्दी उठें (ब्राह्म मुहूर्त में)।
  2. सूरज की पहली किरण में बैठें (विटामिन D के लिए)।
  3. रोजाना व्यायाम या योग करें।
  4. गहरी सांस लेने का अभ्यास करें (प्राणायाम)।
  5. दिन की शुरुआत गुनगुने पानी में नींबू और शहद डालकर करें।
  6. पूरे दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पियें।
  7. भोजन धीरे-धीरे और चबाकर खाएं।
  8. रात को जल्दी सोएं और पर्याप्त नींद (6-8 घंटे) लें।
  9. स्क्रीन टाइम (मोबाइल और टीवी) कम करें।
  10. नियमित रूप से ध्यान (मेडिटेशन) करें।

11-20: आहार संबंधित उपाय

  1. मौसमी और स्थानीय फलों का सेवन करें।
  2. हरी पत्तेदार सब्जियां अपने आहार में शामिल करें।
  3. अनाज में बाजरा, जौ, और राजगीरा का उपयोग करें।
  4. प्रोटीन के लिए दाल, मूंगफली और बीन्स खाएं।
  5. दिन में एक मुट्ठी मेवे और बीज (बादाम, अखरोट, चिया बीज) खाएं।
  6. जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड से बचें।
  7. अधिक तली-भुनी चीजों का सेवन कम करें।
  8. चीनी और नमक का संतुलित मात्रा में उपयोग करें।
  9. ताजे घर के बने भोजन को प्राथमिकता दें।
  10. हर्बल चाय (तुलसी, अदरक, पुदीना) का सेवन करें।

21-30: प्राकृतिक उपचार

  1. हल्दी वाला दूध पीने की आदत डालें।
  2. सर्दी-जुकाम में तुलसी, अदरक और शहद का काढ़ा पियें।
  3. कब्ज के लिए रात में भिगोए हुए त्रिफला चूर्ण का सेवन करें।
  4. शरीर की सफाई के लिए नीम की पत्तियों का रस लें।
  5. एलोवेरा जूस का नियमित सेवन करें।
  6. सिरदर्द में पुदीने का तेल माथे पर लगाएं।
  7. दर्द और सूजन के लिए सरसों के तेल से मालिश करें।
  8. नींबू और शहद के साथ गुनगुना पानी इम्यूनिटी बढ़ाता है।
  9. बुखार में गिलोय का रस पियें।
  10. पेट की समस्याओं के लिए अजवायन और सौंफ का सेवन करें।

31-40: योग और व्यायाम

  1. नियमित रूप से सूर्य नमस्कार करें।
  2. अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें।
  3. कपालभाति प्राणायाम से पेट और फेफड़ों की सफाई करें।
  4. शवासन करें, यह तनाव को कम करता है।
  5. हलासन और भुजंगासन रीढ़ को मजबूत बनाते हैं।
  6. पैदल चलने की आदत डालें (कम से कम 30 मिनट)।
  7. सीढ़ियों का उपयोग करें, लिफ्ट से बचें।
  8. ऑफिस में लंबे समय तक बैठने के दौरान स्ट्रेचिंग करें।
  9. तैराकी या साइकिलिंग जैसे शारीरिक गतिविधियों को अपनाएं।
  10. गार्डनिंग या खेत में काम करें।

41-50: अन्य जीवनशैली टिप्स

  1. तनाव से बचें, सकारात्मक सोच रखें।
  2. अपने जीवन में लक्ष्य निर्धारित करें और प्राथमिकताएं तय करें।
  3. रिश्तों में स्वस्थ संवाद बनाए रखें।
  4. सप्ताह में एक दिन डिजिटल डिटॉक्स करें।
  5. धार्मिक या आध्यात्मिक गतिविधियों में समय बिताएं।
  6. प्रकृति के करीब रहें, खुले में समय बिताएं।
  7. घर को साफ और स्वच्छ रखें।
  8. आवश्यक तेलों (जैसे लैवेंडर, टी ट्री) का उपयोग करें।
  9. मसाज और एक्यूप्रेशर तकनीकों को अपनाएं।
  10. दवा के बजाय प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों (आयुर्वेद, होम्योपैथी) को प्राथमिकता दें।

इन उपायों को नियमित रूप से अपनाकर आप न केवल दवा रहित जीवन जी सकते हैं बल्कि अपने शरीर और मन को भी स्वस्थ और संतुलित रख सकते हैं।

 

गुरुवार, 10 सितंबर 2020

सभी वरिष्ठ साथियों व रिटायर होने वाले साथियों के लिए, For all senior colleagues and retirees

एक 67 वर्षीय रिटायर्ड बैंक कर्मी द्वारा WhatsApp पर सभी वरिष्ठ साथियों व रिटायर होने वाले साथियों के लिए share किया गया एक आन्नदमयी उत्तम संदेश::::*

●  जीवन मर्यादित है और उसका जब अंत होगा, तब इस लोक की कोई भी वस्तु साथ नही जाएगी ! 
● फिर ऐसे में कंजूसी कर, पेट काट कर बचत क्यों कि जाए? आवश्यकतानुसार खर्च क्यों ना करें? जिन अच्छी बातों में आनंद मिलता है, वे करनी ही चाहिएँ ।
●  हमारे जाने के पश्चात क्या होगा, कौन क्या कहेगा, इसकी चिंता छोड़ दें, क्योंकि देह के पंचतत्व में विलीन होने के बाद कोई तारीफ करे या टीका टिप्पणी करे, क्या फर्क पड़ता है?   
●  उस समय जीवन का और मेहनत से  कमाए हुए धन का, आनंद लेने का वक्त निकल चुका होगा।
●  अपने बच्चों की जरूरत से अधिक फिक्र ना करें। *उन्हें अपना मार्ग स्वयं खोजने दें। *
अपना भविष्य उन्हें स्वयं बनाने दें। उनकी इच्छाओं, आकांक्षाओं और सपनों के गुलाम आप ना बनें। 
 ●  बच्चों पर प्रेम करें, उनकी परवरिश करें, उन्हें भेंट वस्तुएं भी दें, लेकिन कुछ आवश्यक खर्च स्वयं अपनी आकांक्षाओं पर भी करें।
●  जन्म से लेकर मृत्यु तक सिर्फ कष्ट करते रहना ही जीवन नही है, यह ध्यान रखें।
 ● आप  ६ दशक पूरे कर चुके हैं, अब जीवन और आरोग्य से खिलवाड़ कर के पैसे कमाना अनुचित है, क्योंकि अब इसके बाद पैसे खर्च करके भी आप आरोग्य खरीद नही सकते।
●  इस आयु में दो प्रश्न महत्वपूर्ण है। पैसा कमाने का कार्य कब बन्द करें और कितने पैसे से अब बचा हुआ जीवन सुरक्षित रूप से कट जाएगा।
 ●  आपके पास यदि हजारों एकड़ उपजाऊ जमीन भी हो, तो भी पेट भरने के लिए कितना अनाज चाहिए? आपके पास अनेक मकान हो, तो भी रात में सोने के लिए एक ही कमरा चाहिए। 
●  एक दिन बिना आनंद के बीते तो, आपने जीवन का एक दिन गवाँ दिया और एक दिन आनंद में बीता तो एक दिन आपने कमा लिया है, यह ध्यान में रखें।
●  एक और बात, यदि आप खिलाड़ी प्रवृत्ति के और खुशमिजाज हैं, तो बीमार होने पर भी बहुत जल्द स्वस्थ होंगे और यदि सदा प्रफुल्लित रहते हैं, तो कभी बीमार ही नही होंगे।
●  सबसे महत्वपूर्ण यह है कि, अपने आसपास जो भी अच्छाई है, शुभ है, उदात्त है, उसका आनंद लें और उसे संभालकर रखें।
●  अपने मित्रों को कभी न भूलें। उनसे हमेशा अच्छे संबंध बनाकर रखें। अगर इसमें सफल हुए तो, हमेशा दिल से युवा रहेंगे और सबके चहेते रहेंगे।
●  मित्र न हो, तो अकेले पड़ जाएंगे और यह अकेलापन बहुत भारी पड़ेगा।
●  इसलिए रोज व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क में रहें, हँसते-हँसाते रहें, एक दूसरे की तारीफ करें। जितनी आयु बची है, उतनी आनंद में व्यतीत करें। 
● प्रेम व स्नेह मधुर है,उसकीलज्जत का आनंद लें।*
●  क्रोध घातक है, उसे हमेशा के लिए जमीन में गाड़ दें।
● संकट क्षणिक होते हैं, उनका सामना करें।
●  पर्वत शिखर के परे जाकर सूर्य वापिस आ जाता है, लेकिन दिल से दूर गए हुए प्रियजन वापिस नही आते।
● रिश्तों को संभालकर रखें, सभी में आदर और प्रेम बाँटें। जीवन तो क्षणभंगुर है, कब खत्म होगा, पता भी नही चलेगा। इसलिए आनंद दें,आनंद लें।
 
दोस्ती और दोस्त संभाल कर रखें।
मत परेशान हो, क्योंकि आमतौर पर...
1. चालीस साल की अवस्था में "उच्च शिक्षित" और "अल्प शिक्षित" एक जैसे ही होते हैं। (क्योंकि अब कहीं इंटरव्यू नहीं देना, डिग्री नहीं दिखानी).
2. पचास साल की अवस्था में "रूप" और "कुरूप" एक जैसे ही होते हैं। (आप कितने ही सुन्दर क्यों न हों झुर्रियां, आँखों के नीचे के डार्क सर्कल छुपाये नहीं छुपते).
3. साठ साल की अवस्था में "उच्च पद" और "निम्न पद" एक जैसे ही होते हैं। (चपरासी भी अधिकारी के सेवा निवृत्त होने के बाद उनकी तरफ़ देखने से कतराता है).
4. सत्तर साल की अवस्था में "बड़ा घर" और "छोटा घर" एक जैसे ही होते हैं। (बीमारियाँ और खालीपन आपको एक जगह बैठे रहने पर मजबूर कर देता है, और आप छोटी जगह में भी गुज़ारा कर सकते हैं).
5. अस्सी साल की अवस्था में आपके पास धन का "कम होना" या "ज्यादा होना" एक जैसे ही होते हैं। (अगर आप खर्च करना भी चाहें, तो आपको नहीं पता कि कहाँ खर्च करना है).
6. नब्बे साल की अवस्था में "सोना" और "जागना" एक जैसे ही होते हैं। (जागने के बावजूद भी आपको नहीं पता कि क्या करना है).
जीवन को सामान्य रुप में ही लें क्योंकि जीवन में रहस्य नहीं हैं जिन्हें आप सुलझाते फिरें.
आगे चल कर एक दिन सब की यही स्थिति होनी है, यही जीवन की सच्चाई है...
चैन से जीने के लिए चार रोटी और दो कपड़े काफ़ी हैं... पर ,बेचैनी से जीने के लिए चार गाड़ी, दो बंगले और तीन प्लॉट भी कम हैं !!
 
 दोस्ती और दोस्त संभाल कर रखें। 

जितना हो सके उतने “गैट-टूगेदर “
(Get-together) करते रहें!
 Current situation में भी social distancing रखते हुए Life को Enjoy करें। 
😃😃😃😃😃😃😃😃😃😃😃😃

EX-SERVICEMAN LATEST JOBS AFTER RETIREMENT IN CIVIL SERVICES, SSC CGL, CPO, BANK, POLICE, RAILWAY


महोदय, कृपया ध्यान दें, यद्यपि इसे (पोस्ट) तैयार करने में पूरी सावधानी रखने की कोशिश रही है। फिर भी किसी घटनाएतिथि या अन्य त्रुटि के लिए मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं है । अतः अपने विवेक से काम लें या विश्वास करें। Agreement सहमति:- हमारी वेबसाइट का उपयोग करके, आप हमारे उक्त शर्तों/स्वीकरण के लिए सहमति देते हैं और इसकी शर्तों से सहमत होते हैं। किसी भी प्रकार के विवाद के लिए लखनऊ जिला के अन्तर्गत न्यायालयों, फारमों, आयोगों, मध्यस्थ अथवा उच्च न्यायालय, लखनऊ में ही वाद की सुनवाई की जायेगी।

Must resist wrong ग़लत का विरोध अवश्य करें,

                                ⛳ ग़लत का विरोध अवश्य करें 🎪

अंतिम सांस गिन रहे जटायु ने कहा कि मुझे पता था कि मैं रावण से नही जीत सकता लेकिन तो भी मैं लड़ा ..यदि मैं नही लड़ता तो आने वाली पीढियां मुझे कायर कहती

 जब रावण ने जटायु के दोनों पंख काट डाले... तो काल आया और जैसे ही काल आया ... 
तो गिद्धराज जटायु ने मौत को ललकार कहा, -- 

" खबरदार ! ऐ मृत्यु ! आगे बढ़ने की कोशिश मत करना... मैं मृत्यु को स्वीकार तो करूँगा... लेकिन तू मुझे तब तक नहीं छू सकता... जब तक मैं सीता जी की सुधि प्रभु " श्रीराम " को नहीं सुना देता...!

 मौत उन्हें छू नहीं पा रही है... काँप रही है खड़ी हो कर...
 मौत तब तक खड़ी रही, काँपती रही... यही इच्छा मृत्यु का वरदान जटायु को मिला।

किन्तु महाभारत के भीष्म पितामह छह महीने तक बाणों की शय्या पर लेट करके मौत का इंतजार करते रहे... आँखों में आँसू हैं ... रो रहे हैं... भगवान मन ही मन मुस्कुरा रहे हैं...! 
कितना अलौकिक है यह दृश्य ... रामायण मे जटायु भगवान की गोद रूपी शय्या पर लेटे हैं... 
प्रभु " श्रीराम " रो रहे हैं और जटायु हँस रहे हैं... 
वहाँ महाभारत में भीष्म पितामह रो रहे हैं और भगवान " श्रीकृष्ण " हँस रहे हैं... भिन्नता प्रतीत हो रही है कि नहीं... ? 

अंत समय में जटायु को प्रभु " श्रीराम " की गोद की शय्या मिली... लेकिन भीष्म पितामह को मरते समय बाण की शय्या मिली....!
 जटायु अपने कर्म के बल पर अंत समय में भगवान की गोद रूपी शय्या में प्राण त्याग रहा है.... 

प्रभु " श्रीराम " की शरण में..... और बाणों पर लेटे लेटे भीष्म पितामह रो रहे हैं.... 
ऐसा अंतर क्यों?...     

ऐसा अंतर इसलिए है कि भरे दरबार में भीष्म पितामह ने द्रौपदी की इज्जत को लुटते हुए देखा था... विरोध नहीं कर पाये थे ...! 
 दुःशासन को ललकार देते... दुर्योधन को ललकार देते... लेकिन द्रौपदी रोती रही... बिलखती रही... चीखती रही... चिल्लाती रही... लेकिन भीष्म पितामह सिर झुकाये बैठे रहे... नारी की रक्षा नहीं कर पाये...!

उसका परिणाम यह निकला कि इच्छा मृत्यु का वरदान पाने पर भी बाणों की शय्या मिली और .... 
 जटायु ने नारी का सम्मान किया... 
अपने प्राणों की आहुति दे दी... तो मरते समय भगवान " श्रीराम " की गोद की शय्या मिली...!

जो दूसरों के साथ गलत होते देखकर भी आंखें मूंद लेते हैं ... उनकी गति भीष्म जैसी होती है ... 
जो अपना परिणाम जानते हुए भी...औरों के लिए संघर्ष करते है, उसका माहात्म्य जटायु जैसा कीर्तिवान होता है।

 सदैव गलत का विरोध जरूर करना चाहिए। " सत्य परेशान जरूर होता है, पर पराजित नहीं।  
🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼

बन्द दुकान में कहीं से घूमता फिरता एक सांप घुस गया।
दुकान में रखी एक आरी से टकराकर सांप मामूली सा जख्मी हो गया।
घबराहट में सांप ने पलट कर आरी पर पूरी ताकत से डंक मार दिया।जिस कारण उसके मुंह से खून बहना शुरू हो गया।अबकी बार सांप ने अपने व्यवहार के अनुसार आरी से लिपट कर उसे जकड़कर और दम घोंटकर मारने की पूरी कोशिश कर डाली।अब सांप अपने गुस्से की वजह से पूरी तरह घायल हो गया।
        दूसरे दिन जब दुकानदार ने दुकान खोली तो सांप को आरी से लिपटा मरा हुआ पाया जो किसी ओर कारण से नहीं केवल अपनी तैश और गुस्से की भेंट चढ़ गया।था।
         कभी -कभी गुस्से में हम दूसरों को हानि पहुंचाने की कोशिश करते हैं, मगर समय बीतने के बाद हमें पता चलता है कि हमने अपने आप का ज्यादा नुकसान किया है।
अब इस कहानी का सार ये है कि अच्छी जिंदगी के लिए कभी -कभी हमें कुछ चीजों को, कुछ लोगों को, कुछ घटनाओं को, कुछ कामों को, और कुछ बातों को इग्नोर करना चाहिए।
           अपने आप को मानसिक मजबूती के साथ इग्नोर करने का आदी जरूर बनाइये।जरूरी नहीं कि हम हर एक्शन का एक रिएक्शन दिखाएं।
          👌"सबसे बड़ी शक्ति सहनशक्ति है।"👌
संयम ऐसी सवारी है जो अपने सवार को गिरने नहीं देती न किसी के कदमों में न किसी की नजरों में.......🙏🙏
               

भगवान कृष्ण की इस सीख से मिलेगी जीवन में सफलता- Krishna Leela - Krishna Seekh - Krishna Updesh


सोमवार, 13 जुलाई 2020

वाह रे पैसा

*वाह रे पैसा! 
            तेरे कितने नाम?*

मंदिर मे दिया जाये तो
*( चढ़ावा )* 
                    स्कुल में
                    *( फ़ीस )*
शादी में दो तो
*( दहेज )*
               तलाक देने पर
              *( गुजारा भत्ता )* 

आप किसी को देते
हो तो *( कर्ज )* 
                   अदालत में
                   *( जुर्माना )*

सरकार लेती है तो
*( कर )* 
                सेवानिवृत्त होने पे
                *( पेंशन )*

अपहर्ताओ के लिए
*( फिरौती )*
                 होटल में सेवा के लिए
                 *( टिप )*

बैंक से उधार लो तो
*( ऋण )*
                     श्रमिकों के लिए
                      *( वेतन )* 

मातहत कर्मियों के लिए
*( मजदूरी )*
            अवैध रूप से प्राप्त सेवा
             *( रिश्वत )*

और मुझे दोगे तो
*(गिफ्ट)*

            *मैं पैसा हूँ:!*
मुझे आप मरने के बाद ऊपर नहीं ले जा सकते;
मगर जीते जी मैं आपको बहुत ऊपर ले जा सकता हूँ।

             *मैं पैसा हूँ:!*
मुझे पसंद करो सिर्फ इस हद तक कि लोग आपको नापसन्द न करने लगें।

             *मैं पैसा हूँ:!*
मैं भगवान् नहीं मगर लोग मुझे भगवान् से कम नहीं मानते हैं।

        *मैं पैसा हूँ:!*
मैं नमक की तरह हूँ। जो जरुरी तो है, मगर जरुरत से ज्यादा हो तो जिंदगी का स्वाद बिगाड़ देता है।

         *मैं पैसा हूँ:!*
इतिहास में कई ऐसे उदाहरण मिल जाएंगे जिनके पास मैं बेशुमार था;
मगर फिर भी वो मेरे और उनके लिए रोने वाला कोई नहीं था।

         *मैं पैसा हूँ:!*
मैं कुछ भी नहीं हूँ; मगर मैं निर्धारित करता हूँ कि लोग
आपको कितनी इज्जत देते है।

         *मैं पैसा हूँ:!*
मैं आपके पास हूँ तो आपका हूँ!
आपके पास नहीं हूँ तो,
आपका नहीं हूँ! मगर मैं 
आपके पास हूँ तो 
सब आपके हैं।

            *मैं पैसा हूँ:!*
मैं नई नई रिश्तेदारियाँ बनाता हूँ;
मगर असली औऱ पुरानी बिगाड़ देता हूँ।

            *मैं पैसा हूँ:!*
मैं सारे फसाद की जड़ हूँ;
मगर फिर भी न जाने क्यों
सब मेरे पीछे इतना पागल हैं?
              🔴

शनिवार, 21 जुलाई 2018

शाकाहारी


*कंद-मूल खाने वालों से*
मांसाहारी डरते थे।।
*पोरस जैसे शूर-वीर को*
नमन 'सिकंदर' करते थे॥
*चौदह वर्षों तक खूंखारी*
वन में जिसका धाम था।।
*मन-मन्दिर में बसने वाला* शाकाहारी *राम* था।।
*चाहते तो खा सकते थे वो*
मांस पशु के ढेरो में।।
लेकिन उनको प्यार मिला
' *शबरी' के जूठे बेरो में*॥
*चक्र सुदर्शन धारी थे*
*गोवर्धन पर भारी थे*॥
*मुरली से वश करने वाले*
*गिरधर' शाकाहारी थे*॥
*पर-सेवा, पर-प्रेम का परचम*
चोटी पर फहराया था।।
*निर्धन की कुटिया में जाकर*
जिसने मान बढाया था॥
*सपने जिसने देखे थे*
मानवता के विस्तार के।।
*नानक जैसे महा-संत थे*
वाचक शाकाहार के॥
*उठो जरा तुम पढ़ कर देखो*
गौरवमय इतिहास को।।
*आदम से आदी तक फैले*
इस नीले आकाश को॥
*दया की आँखे खोल देख लो*
पशु के करुण क्रंदन को।।
*इंसानों का जिस्म बना है*
शाकाहारी भोजन को॥
*अंग लाश के खा जाए*
क्या फ़िर भी वो इंसान है?
*पेट तुम्हारा मुर्दाघर है*
या कोई कब्रिस्तान है?
*आँखे कितना रोती हैं जब*
उंगली अपनी जलती है
*सोचो उस तड़पन की हद*                   
जब जिस्म पे आरी चलती है॥
*बेबसता तुम पशु की देखो*
बचने के आसार नही।।
*जीते जी तन काटा जाए*,
उस पीडा का पार नही॥
*खाने से पहले बिरयानी*,
चीख जीव की सुन लेते।।
*करुणा के वश होकर तुम भी*
गिरी गिरनार को चुन लेते॥
*शाकाहारी बनो*...!

अपने माता पिता का सम्मान करने के 35 तरीके

*अपने माता पिता का सम्मान करने के 35 तरीके*

1. उनकी उपस्थिति में अपने फोन को दूर रखो.
2. वे क्या कह रहे हैं इस पर ध्यान दो.
3. उनकी राय स्वीकारें.
4. उनकी बातचीत में सम्मिलित हों.
5. उन्हें सम्मान के साथ देखें.
6. हमेशा उनकी प्रशंसा करें.
7. उनको अच्छा समाचार जरूर बताएँ.
8. उनके साथ बुरा समाचार साझा करने से बचें.
9. उनके दोस्तों और प्रियजनों से अच्छी तरह से बोलें.
10. उनके द्वारा किये गए अच्छे काम सदैव याद रखें.
11. वे यदि एक ही कहानी दोहरायें तो भी ऐसे सुनें जैसे पहली बार सुन रहे हो.
12. अतीत की दर्दनाक यादों को मत दोहरायें.
13. उनकी उपस्थिति में कानाफ़ूसी न करें.
14. उनके साथ तमीज़ से बैठें.
15. उनके विचारों को न तो घटिया बताये न ही उनकी आलोचना करें.
16. उनकी बात काटने से बचें.
17. उनकी उम्र का सम्मान करें.
18. उनके आसपास उनके पोते/पोतियों को अनुशासित करने अथवा मारने से बचें.
19. उनकी सलाह और निर्देश स्वीकारें.
20. उनका नेतृत्व स्वीकार करें.
21. उनके साथ ऊँची आवाज़ में बात न करें.
22. उनके आगे अथवा सामने से न चलें.
23. उनसे पहले खाने से बचें.
24. उन्हें घूरें नहीं.
25. उन्हें तब भी गौरवान्वित प्रतीत करायें जब कि वे अपने को इसके लायक न समझें.
26. उनके सामने अपने पैर करके या उनकी ओर अपनी पीठ कर के बैठने से बचें.
27. न तो उनकी बुराई करें और न ही किसी अन्य द्वारा की गई उनकी बुराई का वर्णन करें.
28. उन्हें अपनी प्रार्थनाओं में शामिल करें.
29. उनकी उपस्थिति में ऊबने या अपनी थकान का प्रदर्शन न करें.
30. उनकी गलतियों अथवा अनभिज्ञता पर हँसने से बचें.
31. कहने से पहले उनके काम करें.
32. नियमित रूप से उनके पास जायें.
33. उनके साथ वार्तालाप में अपने शब्दों को ध्यान से चुनें.
34. उन्हें उसी सम्बोधन से सम्मानित करें जो वे पसन्द करते हैं.
35. अपने किसी भी विषय की अपेक्षा उन्हें प्राथमिकता दें...!!!
*माता – पिता इस दुनिया में सबसे बड़ा खज़ाना हैं..!!* यह मेसेज हर घर तक पहुंचने मे मदद करे तो बड़ी कृपा होगी मानव जाति का उद्धार संभव हैं, यदि ऊपर लिखी बातों को जीवन में उतार लिया तो। *सबसे पहले भगवान, गुरु माता पिता ही हैं,* हर धर्म में इस बात का उल्लेख हे...!!!
सभी के माता पिता को सत् सत् नमन...!!!

गर्लफ्रैंड चालीसा


           *गर्लफ्रैंड चालीसा*

*दोहा०*
        जय जय गर्लफ्रैंड देवी
          तुम हो बड़ी कमाल
      पहले लाती हरियाली
        फिर लाती    भूचाल

*चौपाई०*

जय जय  गर्लफ्रैंड महारानी
तुम्हारी महिमा सबने बखानी
तुम्हारो गुण लड़िकै सब गावैं
और बाद मा धोखा खावैं
जब से चक्कर मे पड़े तोहार
पढ़ाई लिखाई के बंटाधार
वेलेनटाईन डे जब आवै
गर्लफ्रैंड खूब मांग सुनावै
रोज उसकी नई नई डिमांड
हम किए न जाने कितने कांड
हर मांग पूरी किए तुम्हारी
गई थी हमार ऐसी मति मारी
तुम्हरे चक्कर मे बड़ी उधारी
बन बैठे सड़क के भिखारी
गजब का तुम करती हो बवाल
रीचार्ज करवाओ करो मिसकाल
हर जगह होते हैं चर्चे
तुम्हरे चक्कर मे बड़े हैं खर्चे
इश्क का ऐसा बुखार चढ़ा था
हमरे सिर पर खुमार चढ़ा था
कापी किताब हमे न दिखते
नोट्स छोड़ लवलेटर लिखते
फेल हुए तुम्हरे चक्कर मे
लात और जूते बरसे घर मे
पहली नजर मे हुआ था प्यार
आई वो जिन्दगी मे बनके बहार
दिल मे ख्याल उसी का आता
और दूजा काम न भाता
घूमते थे उसके दाएं बाएं
जीन्स बूट परफ्यूम लगाए
बड़ी मुश्किल से खोज किए थे
और फिर प्रपोज किए थे
कभी पसीने छूटे थे
कभी मन मे लड्डू फूटे थे
क्लियर पूरा कन्सेप्ट हुआ
हमारा प्रपोजल एक्सेप्ट हुआ
हमारे दिल की कली खिली थी
जैसे जन्नत यहीं मिली थी
सज गए दिल के बाग बगीचे
क्लास छोड़ हम तुम्हरे पीछे
मिसकाल जब भी तुम्हरो आवै
हमरे दिल की घंटी बजावै
पूनम का चांद लगती थी तुम
आनलाइन हमरे साथ जगती थी तुम
फेसबुक वाट्सप का लगा एक रोग
बनाने लगे हम मिलन संजोग
मुसीबत हमरे सर पर आए
जब बाइक पर उसको बैठाए
ससुरे फिर सब दिखाए उंगली
घर जाकर कर गए सब चुगली
बेचारे लड़िकै गर्लफ्रैंड बनाते
और ऊपर से पीटे जाते
पकड़ पकड़ सब इनको धोते
अस्पताल मे ये भर्ती होते
जितने का  इनका ट्रीटमेन्ट चेकअप
उतने का तुमहार लिप्सटिक मेकअप
बात न सुनै ये हमरे मन की
आवै इनका खूब नौटंकी
गर्लफ्रैंड जब जब निकट आवै
लड़िकै कांप कांप भय खावैं
दुनिया भर के ढोंग रचावै
और बैठ के हुकुम चलावै
रखना पड़ता दिल है तुम्हारा
भरना पड़ता बिल है तुम्हारा
हो तुम बहुत बड़ी कलाकार
न करो इमोशनल अत्याचार
नाम तुम्हार हम जब भी जापैं
भूत प्रेत सब हमसे कांपैं
जब से प्यार मे धोखा खायौ
मन्दिर जाकर शीश झुकायौ
इश्वर सतबुद्धि तव दीन्हा
गर्लफ्रैंड से ब्रेकअप कर लीन्हा
हुआ अपने साथ ऐसा केस
तब से देते हम उपदेश
ऐसा गेम कभी न खेलौ
गर्लफ्रैंड बनाके मुसीबत न झेलौ
जो गर्लफ्रैंड चालीसा गावै
हर विपदा से वो बच जावै

*दोहा०*
        
          तुम बन गई थी मालकिन
          हम थे तुम्हरे दास
          जब से ब्रेकअप हो गया
            ले रहे चैन की सांस

Best message


ज़िन्दगी के पाँच सच ~
सच नं. 1 -:
माँ के सिवा कोई वफादार नही हो सकता…!!!❣
────────────────────────
सच नं. 2 -:
गरीब का कोई दोस्त नही हो सकता…!!❣
────────────────────────
सच नं. 3 -:
आज भी लोग अच्छी सोच को नही,
अच्छी सूरत को तरजीह देते हैं…!!!❣
────────────────────────
सच नं. 4 -:
इज्जत सिर्फ पैसे की है, इंसान की नही…!!!❣
────────────────────────
सच न. 5 -:
जिस शख्स को अपना खास समझो….
अधिकतर वही शख्स दुख दर्द देता है…❣
────────────────────────

✍अगर कोई इन्सान
बहुत हंसता है , तो अंदर से वो बहुत अकेला है❣
────────────────────────
 
अगर कोई इन्सान बहुत सोता है , तो अंदर से
वो बहुत उदास है❣
────────────────────────
✍अगर कोई इन्सान खुद को बहुत मजबूत दिखाता है और रोता नही , तो वो अंदर से बहुत कमजोर है❣
────────────────────────
✍अगर कोई जरा जरा सी
बात पर रो देता है तो वो बहुत मासूम और नाजुक दिल का है❣
────────────────────────
✍अगर कोई हर बात पर
नाराज़ हो जाता है तो वो अंदर से बहुत अकेला
और जिन्दगी में प्यार की कमी महसूस करता है❣
────────────────────────
लोगों को समझने की कोशिश कीजिये ,जिन्दगी किसी का इंतज़ार नही करती ,❣

❣लोगों को एहसास कराइए की वो आप के लिए कितने खास है सर...❣
1. अगर जींदगी मे कुछ पाना हो तो,,, तरीके बदलो....., ईरादे नही..❣
────────────────────────
2. जब सड़क पर बारात नाच रही हो तो हॉर्न मार-मार के परेशान ना हो...... गाडी से उतरकर थोड़ा नाच लें..., मन शान्त होगा।
टाइम तो उतना लगना ही है..❣
────────────────────────
3. इस कलयुग में रूपया चाहे कितना भी गिर जाए, इतना कभी नहीं गिर पायेगा, जितना रूपये के लिए इंसान गिर चूका है...❣

────────────────────────
4. रास्ते में अगर मंदिर देखो तो,,, प्रार्थना नहीं करो तो चलेगा . . पर रास्ते में एम्बुलेंस मिले तब प्रार्थना जरूर करना,,, शायद कोई
जिन्दगी बच जाये.....❣
 ────────────────────────
5. जिसके पास उम्मीद हैं, वो लाख बार हार के भी, नही हार सकता..❣
────────────────────────
6. बादाम खाने से उतनी अक्ल नहीं आती...
जितनी धोखा खाने से आती है...❣
────────────────────────
7. एक बहुत अच्छी बात जो जिन्दगी भर याद रखिये,,, आप का खुश रहना ही आप का बुरा चाहने वालों के लिए सबसे बड़ी सजा है....❣
────────────────────────
8. खुबसूरत लोग हमेशा अच्छे नहीं होते, अच्छे लोग हमेशा खूबसूरत नहीं होते...❣
────────────────────────
9. रिश्ते और रास्ते एक ही सिक्के के दो पहलु हैं... कभी रिश्ते निभाते निभाते रास्ते खो जाते हैं,,, और कभी रास्तो पर चलते चलते रिश्ते बन जाते हैं...❣
────────────────────────
10. बेहतरीन इंसान अपनी मीठी जुबान से ही जाना जाता है,,,, वरना अच्छी बातें तो दीवारों पर भी लिखी होती है...❣
────────────────────────
11. दुनिया में कोई काम "impossible" नहीं,,, बस होसला और मेहनत की जरूरत है...
────────────────────────

गुरुवार, 12 जुलाई 2018

यह अजीब मुल्क है



"पसंद आये तो एक स्माइल दीजियेगा

जिसने भी लिक्खा उम्दा लिक्खा


यह नदियों का मुल्क है,

पानी भी भरपूर है।
बोतल में बिकता है,
पन्द्रह रू शुल्क है।
:
यह गरीबों का मुल्क है,
जनसंख्या भी भरपूर है।
परिवार नियोजन मानते नहीं,
नसबन्दी नि:शुल्क है।
:
यह अजीब मुल्क है,
निर्बलों पर हर शुल्क है।
अगर आप हों बाहुबली,
हर सुविधा नि:शुल्क है।
:
यह अपना ही मुल्क है,
कर कुछ सकते नहीं।
कह कुछ सकते नहीं,
बोलना नि:शुल्क है।
:
यह शादियों का मुल्क है,
दान दहेज भी खूब हैं।
शादी करने को पैसा नहीं,
कोर्ट मैरिज नि:शुल्क हैं।
:
यह पर्यटन का मुल्क है,
रेलें भी खूब हैं।
बिना टिकट पकड़े गए तो,
रोटी कपड़ा नि:शुल्क है।
:
यह अजीब मुल्क है,
हर जरूरत पर शुल्क है।
ढूंढ कर देते हैं लोग,
सलाह नि:शुल्क है।
:
यह आवाम का मुल्क है,
रहकर चुनने का हक है।
वोट देने जाते नहीं,
मतदान नि:शुल्क है।


यह शिक्षकों का मुल्क है,

पाठशालाएं भी खूब है,
शिक्षकों को वेतनमान देने के पैसे नहीं,
पढ़ना,खाना,पोशाक निःशुल्क है।


 बेचारा आदमी:

जब सर के बाल न आये तो दवाई ढूँढता है..,
जब आ जाते है तो नाई ढूँढता है..,
जब सफ़ेद हो जाते है तो डाई ढूँढता है...! 
और जब काले रहते हैं तो लुगाई ढूँढता है

क्या आप जानते हैं कि हमारे देश व शहरों के असली नाम क्या थे ?
१. हिन्दुस्तान, इंडिया या भारत का असली नाम - आर्यावर्त्त !
२. कानपुर का असली नाम - कान्हापुर !
३. दिल्ली का असली नाम - इन्द्रप्रस्थ !
४. हैदराबाद का असली नाम - भाग्यनगर !
५. इलाहाबाद का असली नाम - प्रयाग !
६. औरंगाबाद का असली नाम - संभाजी नगर !
७. भोपाल का असली नाम - भोजपाल !
८. लखनऊ का असली नाम - लक्ष्मणपुरी !
९. अहमदाबाद का असली नाम - कर्णावती !
१०. फैजाबाद का असली नाम - अवध !
११. अलीगढ़ का असली नाम - हरिगढ़ !
१२. मिराज का असली नाम - शिव प्रदेश !
१३. मुजफ्फरनगर का असली नाम - लक्ष्मी नगर !
१४. शामली का असली नाम - श्यामली !
१५. रोहतक का असली नाम - रोहितासपुर !
१६. पोरबंदर का असली नाम - सुदामापुरी !
१७. पटना का असली नाम - पाटलीपुत्र !
१८. नांदेड का असली नाम - नंदीग्राम !
१९. आजमगढ का असली नाम - आर्यगढ़ !
२०. अजमेर का असली नाम - अजयमेरु !
२१. उज्जैन का असली नाम - अवंतिका !
२२. जमशेदपुर का असली नाम काली माटी !
२३. विशाखापट्टनम का असली नाम - विजात्रापश्म !
२४. गुवाहटी का असली नाम - गौहाटी !
२५. सुल्तानगँज का असली नाम - चम्पानगरी !
२६. बुरहानपुर का असली नाम - ब्रह्मपुर !
२७. इंदौर का असली नाम - इंदुर !
२८. नशरुलागंज का असली नाम - भीरुंदा !
२९. सोनीपत का असली नाम - स्वर्णप्रस्थ !
३०. पानीपत का असली नाम - पर्णप्रस्थ !
३१.बागपत का असली नाम - बागप्रस्थ !
३२. उसामानाबाद का असली नाम - धाराशिव (महाराष्ट्र में) !
३३. देवरिया का असली नाम - देवपुरी ! (उत्तर प्रदेश में)
३४. सुल्तानपुर का असली नाम - कुशभवनपुर
३५. लखीमपुर का असली नाम - लक्ष्मीपुर ! (उत्तर प्रदेश में)
३६. मुरैना का असली नाम - मयुरवन
ये सभी नाम मुगलों, अंग्रेजों, ने बदले हैं ।

मैं धीरे-धीरे सीख रही हूँ कि



*मैं धीरे-धीरे सीख रही हूँ कि...*
मुझे हर उस बात पर प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए जो मुझे चिंतित करती है।

*मैं धीरे-धीरे सीख रही हूँ कि...*
जिन्होंने मुझे चोट दी है मुझे उन्हें चोट नहीं देनी चाहिए क्योंकि वह मेरी उर्जा खा जाती  है।

*मैं धीरे-धीरे सीख रही हूँ कि...*
शायद सबसे बड़ी समझदारी का लक्षण भिड़ में जाने के बजाय अलग हट जाने में है।

*मैं धीरे-धीरे सीख रही हूँ कि...*
अपने साथ हुए प्रत्येक बुरे और अच्छे बर्ताव पर प्रतिक्रिया करने में हमारी जो ऊर्जा खर्च होती है वह हमको खाली कर देती है ।

*मैं धीरे-धीरे सीख रही हूँ कि...*
मैं हर आदमी से वैसा व्यवहार नहीं पा सकूंगी जिसकी मैं अपेक्षा करती हूँ। और धीरे धीरे, में ये समझने लगी हूं कि दूसरे की अपेक्षा पूरी करना मूर्खता हैं ।

*मैं धीरे-धीरे सीख रही हूँ कि...*
किसी का दिल जीतने के लिए बहुत कठोर प्रयास करना, समय और ऊर्जा की बर्बादी है और यह हमको कुछ नहीं देता, केवल खालीपन से भर देता है।

*मैं धीरे-धीरे सीख रही हूँ कि...*
जवाब नहीं देने का अर्थ यह कदापि नहीं कि यह सब मुझे स्वीकार्य है, बल्कि यह कि मैं इससे ऊपर उठ जाना बेहतर समझती हूँ।

*मैं धीरे-धीरे सीख रही हूँ कि...*
कभी-कभी कुछ नहीं कहना सब कुछ बोल देता है।

*मैं धीरे-धीरे सीख रही हूँ कि...*
किसी परेशान करने वाली बात पर प्रतिक्रिया देकर हम अपनी भावनाओं पर नियंत्रण की शक्ति किसी दूसरे को दे बैठते हैं।

*मैं धीरे-धीरे सीख रही हूँ कि...*
मैं कोई प्रतिक्रिया दे दूँ तो भी कुछ बदलने वाला नहीं है। इससे लोग अचानक मुझे प्यार और सम्मान नहीं देने लगेंगे। यह उनकी सोच में कोई जादुई बदलाव नहीं ला पायेगा।

*मैं धीरे-धीरे सीख रही हूँ कि...*
जिंदगी तब बेहतर हो जाती है जब हम अपना ध्यान ,  अपने आसपास की घटनाओं पर केंद्रित न करने के बजाय उसपर केंद्रित कर देते हैं जो हमारे अंतर्मन में घटित हो रहा है।

में *धीरे धीरे शिख रही हूं कि...*
फिर हम ने चिंतित करने वाली हर छोटी-छोटी बात पर प्रतिक्रिया 'नहीं' देना ओर ओशो , Gurdjieff, और krisnamurthy का बताया हुआ ,ध्यान करना चालू कर दिया है, ध्यान एक स्वस्थ और प्रसन्न जीवन का 'प्रथम अवयव' है

*मैं धीरे धीरे सीख रही हूं,* कि बिना ध्यान, ये सब उपर की बात संभालना मुश्किल है, अशक्य है, इस लिए मैं धीरे धीरे ज्यादा ध्यान में रहने लगी हू ।  । ....