दवा रहित जीवन जीना
1. जल्दी सोना और जल्दी उठना दवा है।
2. ऊँ का जाप दवा है।
3. योग प्राणायाम ध्यान और व्यायाम दवा है।
4. सुबह-शाम टहलना भी दवा है।
5. उपवास सभी बीमारियों की दवा है।
6. सूर्य-प्रकाश भी दवा है।
7. मटके का पानी पीना भी दवा है।
8. ताली बजाना भी दवा है।
9. भोजन को खूब चबाना और पानी की तरह लेना भी दवा है।
10. भोजन की तरह चबाकर पानी पीना भी दवा है।
11. भोजन ग्रहण करने के पश्चात वज्रासन में बैठना दवा है।
12. खुश रहने का निर्णय भी दवा है।
13. कभी-कभी मौन भी दवा है।
14. हंसी-मजाक दवा है।
15. संतोष भी दवा है।
16. मन की शांति व स्वस्थ शरीर भी दवा है।
17. ईमानदारी व सकारात्मकता दवा है।
18. निस्वार्थ प्रेम-भावना भी दवा है।
19. सबका भला ( परोपकार ) करना भी दवा है।
20. ऐसा कुछ करना जिससे किसी की दुआ मिले, वह दवा है।
21. सबके साथ मिलजुल कर रहना दवा है।
22. परिवार के साथ खाना-पीना और घुलना-मिलना भी दवा है।
23. आपका हर सच्चा और अच्छा मित्र भी बिना पैसे के पूरा मेडिकल स्टोर ही है।
24. मस्त रहें, व्यस्त रहें, स्वस्थ रहें और प्रसन्न चित्त रहें, यह भी दवा है।
25. हर नए दिन का भरपूर आनंद लेना भी दवा है।
* और अन्त में...
प्रकृति की "महानता" को समझना व उसके प्रति कृतज्ञता का भाव भी दवा है।
ये सभी औषधियां बिल्कुल निःशुल्क आपके पास है, आपको उपलब्ध हैं।
आप हमेशा स्वस्थ रहें यही प्रार्थना करते हैं।😊
दवा रहित जीवन जीने के लिए संतुलित आहार, स्वस्थ जीवनशैली, और प्राकृतिक उपायों को अपनाना सबसे महत्वपूर्ण है। यहां 50 बेहतरीन उपाय दिए गए हैं, जिन्हें अपनाकर आप लंबे समय तक स्वस्थ रह सकते हैं:
1-10: स्वस्थ दिनचर्या
- सुबह जल्दी उठें (ब्राह्म मुहूर्त में)।
- सूरज की पहली किरण में बैठें (विटामिन D के लिए)।
- रोजाना व्यायाम या योग करें।
- गहरी सांस लेने का अभ्यास करें (प्राणायाम)।
- दिन की शुरुआत गुनगुने पानी में नींबू और शहद डालकर करें।
- पूरे दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पियें।
- भोजन धीरे-धीरे और चबाकर खाएं।
- रात को जल्दी सोएं और पर्याप्त नींद (6-8 घंटे) लें।
- स्क्रीन टाइम (मोबाइल और टीवी) कम करें।
- नियमित रूप से ध्यान (मेडिटेशन) करें।
11-20: आहार संबंधित उपाय
- मौसमी और स्थानीय फलों का सेवन करें।
- हरी पत्तेदार सब्जियां अपने आहार में शामिल करें।
- अनाज में बाजरा, जौ, और राजगीरा का उपयोग करें।
- प्रोटीन के लिए दाल, मूंगफली और बीन्स खाएं।
- दिन में एक मुट्ठी मेवे और बीज (बादाम, अखरोट, चिया बीज) खाएं।
- जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड से बचें।
- अधिक तली-भुनी चीजों का सेवन कम करें।
- चीनी और नमक का संतुलित मात्रा में उपयोग करें।
- ताजे घर के बने भोजन को प्राथमिकता दें।
- हर्बल चाय (तुलसी, अदरक, पुदीना) का सेवन करें।
21-30: प्राकृतिक उपचार
- हल्दी वाला दूध पीने की आदत डालें।
- सर्दी-जुकाम में तुलसी, अदरक और शहद का काढ़ा पियें।
- कब्ज के लिए रात में भिगोए हुए त्रिफला चूर्ण का सेवन करें।
- शरीर की सफाई के लिए नीम की पत्तियों का रस लें।
- एलोवेरा जूस का नियमित सेवन करें।
- सिरदर्द में पुदीने का तेल माथे पर लगाएं।
- दर्द और सूजन के लिए सरसों के तेल से मालिश करें।
- नींबू और शहद के साथ गुनगुना पानी इम्यूनिटी बढ़ाता है।
- बुखार में गिलोय का रस पियें।
- पेट की समस्याओं के लिए अजवायन और सौंफ का सेवन करें।
31-40: योग और व्यायाम
- नियमित रूप से सूर्य नमस्कार करें।
- अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें।
- कपालभाति प्राणायाम से पेट और फेफड़ों की सफाई करें।
- शवासन करें, यह तनाव को कम करता है।
- हलासन और भुजंगासन रीढ़ को मजबूत बनाते हैं।
- पैदल चलने की आदत डालें (कम से कम 30 मिनट)।
- सीढ़ियों का उपयोग करें, लिफ्ट से बचें।
- ऑफिस में लंबे समय तक बैठने के दौरान स्ट्रेचिंग करें।
- तैराकी या साइकिलिंग जैसे शारीरिक गतिविधियों को अपनाएं।
- गार्डनिंग या खेत में काम करें।
41-50: अन्य जीवनशैली टिप्स
- तनाव से बचें, सकारात्मक सोच रखें।
- अपने जीवन में लक्ष्य निर्धारित करें और प्राथमिकताएं तय करें।
- रिश्तों में स्वस्थ संवाद बनाए रखें।
- सप्ताह में एक दिन डिजिटल डिटॉक्स करें।
- धार्मिक या आध्यात्मिक गतिविधियों में समय बिताएं।
- प्रकृति के करीब रहें, खुले में समय बिताएं।
- घर को साफ और स्वच्छ रखें।
- आवश्यक तेलों (जैसे लैवेंडर, टी ट्री) का उपयोग करें।
- मसाज और एक्यूप्रेशर तकनीकों को अपनाएं।
- दवा के बजाय प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों (आयुर्वेद, होम्योपैथी) को प्राथमिकता दें।
इन उपायों को नियमित रूप से अपनाकर आप न केवल दवा रहित जीवन जी सकते हैं बल्कि अपने शरीर और मन को भी स्वस्थ और संतुलित रख सकते हैं।